नींद पूरी न होने से जकड़ लेती हैं गंभीर बीमारियां! लेटेस्ट रिसर्च ने बताया रात में कितने घंटे सोना चाहिए
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नींद पूरी न होने से जकड़ लेती हैं गंभीर बीमारियां! लेटेस्ट रिसर्च ने बताया रात में कितने घंटे सोना चाहिए

अच्छी सेहत के लिए व्यायाम जरूरी है, यह तो हम सभी जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप दिनभर कैसे समय बिताते हैं, इसका भी आपकी सेहत पर गहरा असर पड़ता है?

नींद पूरी न होने से जकड़ लेती हैं गंभीर बीमारियां! लेटेस्ट रिसर्च ने बताया रात में कितने घंटे सोना चाहिए

अच्छी सेहत के लिए व्यायाम जरूरी है, यह तो हम सभी जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप दिनभर कैसे समय बिताते हैं, इसका भी आपकी सेहत पर गहरा असर पड़ता है? हाल ही में हुए एक शोध में यह पाया गया है कि बैठने, खड़े रहने, हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी करने और सोने के समय का सही बैलेंस बनाना, दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज के खतरे को कम करने में मददगार हो सकता है.

शोधकर्ताओं ने 2000 से अधिक वयस्कों पर अध्ययन किया, जिन्होंने 7 दिनों तक बॉडी सेंसर पहने रखे. इन सेंसरों से शोधकर्ताओं को यह पता चला कि प्रतिभागी अपने 24 घंटे कैसे बिताते हैं. अध्ययन में पाया गया कि रात में 8.3 घंटे की नींद लेना सबसे फायदेमंद है. वहीं, हल्की फिजिकल एक्टिविटी (घर या ऑफिस में घूमना आदि) के लिए दिन में करीब 2.2 घंटे का समय निकालना अच्छा माना गया. इसके अलावा, मध्यम या तेज गति वाली फिजिकल एक्टिविटी (जैसे ब्रिस्क वॉक) के लिए भी 2.2 घंटे का समय देना लाभकारी है.

व्यायाम की तीव्रता और समय पर जोर
शोधकर्ताओं का कहना है कि मौजूदा सेहत से जुड़ी गाइडलाइन्स केवल व्यायाम की तीव्रता और समय पर ही जोर देते हैं. जबकि यह शोध बताता है कि पूरे 24 घंटों में आप किस तरह से समय बिताते हैं, इसका भी आपकी सेहत पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. अध्ययन में यह भी पाया गया कि हल्की फिजिकल एक्टिविटी, जैसे हर घंटे 3-5 मिनट टहलना,  खासकर टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में काफी मददगार हो सकती हैं. वहीं, शोधकर्ताओं द्वारा परिभाषित मध्यम या तेज गति वाली फिजिकल एक्टिविटी (100 से अधिक कदम प्रति मिनट) दिन में 2 घंटे से अधिक करने की सलाह दी गई है.

अधिक अध्ययन की जरूरत
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि ये शुरुआती निष्कर्ष हैं और भविष्य में ज्यादा अध्ययन की आवश्यकता है. हालांकि, यह शोध आने वाले समय में फिजिकल एक्टिविटी संबंधी गाइडलाइन्स को अपडेट करने में मदद कर सकता है. नई गाइडलाइंस में पूरे 24 घंटों में फिजिकल एक्टिविटीयों को शामिल किया जा सकता है. इन गाइडलाइन्स की मदद से लोग अपने दैनिक जीवन में सुधार कर सकते हैं, जैसे कि स्क्रीन का समय कम करना, एक्टिव लाइफ को प्राथमिकता देना या रात में जल्दी सोना. यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये सुझाव स्वस्थ वयस्कों के लिए हैं. हर किसी की अपनी परिस्थिति होती है, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि फिजिकल एक्टिविटी आनंददायक होनी चाहिए.

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